Sunday, July 13, 2025

🌸 एडेनोमायोसिस बनाम एंडोमेट्रियोसिस: फर्क जानें और सेहत को बेहतर बनाएं

🌸 एडेनोमायोसिस बनाम एंडोमेट्रियोसिस: फर्क जानें और सेहत को बेहतर बनाएं

 💡 क्यों जरूरी है फर्क को जानना?

कई महिलाएं लंबे समय तक तेज दर्द, भारी रक्तस्राव और पेल्विक पेन को नजरअंदाज करती रहती हैं।इन लक्षणों के पीछे अक्सर दो कारण होते हैं – एडेनोमायोसिस और एंडोमेट्रियोसिस।अक्सर एक जैसे लगने वाले ये रोग वास्तव में अलग होते हैं – इनके होने की जगह, असर और इलाज में बड़ा फर्क होता है।Harsh Hospital, Himatnagar में हम सटीक पहचान और सही इलाज में आपकी मदद करते हैं।

✅ क्या है एडेनोमायोसिस?

एडेनोमायोसिस तब होता है जब गर्भाशय की अंदरूनी परत (एंडोमेट्रियम) की कोशिकाएं गर्भाशय की मांसपेशियों में उगने लगती हैं।

इसके कारण:

  • गर्भाशय मोटा और बड़ा हो जाता है
  • भारी या लंबे समय तक मासिक धर्म
  • तेज ऐंठन और दर्द
  • पेट में दबाव या सूजन
  • यौन संबंध में दर्द

यह समस्या 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है, और मेनोपॉज के बाद अक्सर ठीक हो जाती है।


✅ क्या है एंडोमेट्रियोसिस?

एंडोमेट्रियोसिस में एंडोमेट्रियम जैसी कोशिकाएं गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगती हैं, जैसे:

  • अंडाशय
  • फैलोपियन ट्यूब
  • गर्भाशय की बाहरी सतह
  • ब्लैडर या आंतों पर
  • हर महीने हार्मोनल बदलाव से यह ऊतक:
  • सूज जाता है और खून बहाता है
  • अंदरूनी चिपकन (एडहेजन्स) बना लेता है

लक्षण:

  • मासिक धर्म के समय तेज पेल्विक दर्द
  • यौन संबंध में दर्द
  • पेट साफ करने या पेशाब में तकलीफ
  • थकावट
  • गर्भधारण में दिक्कत

यह रोग किसी भी उम्र की महिलाओं में हो सकता है, यहां तक कि किशोरियों में भी।

🩺 एडेनोमायोसिस और एंडोमेट्रियोसिस में अंतर

विषय                                          एडेनोमायोसिस                                    एंडोमेट्रियोसिस

कहां होता है?                    गर्भाशय की मांसपेशियों के अंदर                           गर्भाशय के बाहर

गर्भाशय का आकार               अक्सर बड़ा और मुलायम                                    सामान्य आकार

बांझपन का खतरा                           कम                                                                   ज्यादा

दर्द की जगह                       मुख्य रूप से पेल्विक केंद्र में                पेट और कमर के कई हिस्सों में

परीक्षण                                  अल्ट्रासाउंड, एमआरआई                  लेप्रोस्कोपी (सर्वश्रेष्ठ तरीका)

इलाज का फोकस        दर्द और रक्तस्राव को कम करना    एंडोमेट्रियल ऊतक और चिपकन को हटाना


💊 इलाज के विकल्प

इलाज आपकी उम्र, लक्षणों और भविष्य में गर्भधारण की योजना पर निर्भर करता है:

✅ दवाइयां

  • दर्दनाशक (NSAIDs)
  • हार्मोनल थेरेपी (मासिक धर्म नियंत्रित करने वाली गोलियां, प्रोजेस्टेरोन)
  • IUD (एडेनोमायोसिस में रक्तस्राव कम करने के लिए)

✅ मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया

  • एंडोमेट्रियल एब्लेशन (एडेनोमायोसिस में)
  • लेप्रोस्कोपी से एंडोमेट्रियल ऊतक हटाना

✅ सर्जरी

  • गंभीर मामलों में गर्भाशय हटाना (एडेनोमायोसिस)
  • एंडोमेट्रियोसिस के घाव काटकर निकालना

🌼 डॉक्टर को कब दिखाएं?

अगर आपको ये लक्षण हों तो देरी न करें:

  • इतना दर्द कि काम करना मुश्किल हो जाए
  • 7 दिन से ज्यादा मासिक धर्म
  • पीरियड के बीच में खून आना
  • यौन संबंध या शौच में तेज दर्द
  • लंबे समय से गर्भधारण में दिक्कत

जल्दी जांच और इलाज से जीवन की गुणवत्ता बेहतर की जा सकती है।

🏥 Harsh Hospital क्यों चुनें?

हम देते हैं:

✔️ अनुभवी गायनोकॉलोजिस्ट

✔️ आधुनिक जांच और लेप्रोस्कोपी सुविधा

✔️ गोपनीय और संवेदनशील इलाज

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📌 हैशटैग

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