Tuesday, November 4, 2025

भारतीय शैली में बैठकर भोजन करने के फायदे | Benefits of Sitting in Indian Style While Eating

भारतीय शैली में बैठकर भोजन करने के फायदे | Benefits of Sitting in Indian Style While Eating

 🪷 भारतीय शैली में बैठकर भोजन करने के फायदे

Harsh Hospital, Himatnagar

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भारतीय संस्कृति में भोजन को केवल पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा को पोषण देने का माध्यम माना गया है। हमारे पूर्वजों ने सदियों पहले ही “सुखासन” (फर्श पर पालथी मारकर बैठना) को भोजन करने का आदर्श तरीका बताया था। यह केवल परंपरा नहीं, बल्कि विज्ञान पर आधारित एक स्वस्थ अभ्यास है।


🍽️ 1. पाचन में सुधार (Improves Digestion)

जब हम सुखासन में बैठते हैं और हाथ से खाना खाते हैं, तो यह प्रक्रिया हमारे पाचन तंत्र को सक्रिय करती है।

बैठने की यह मुद्रा पेट पर हल्का दबाव डालती है, जिससे पेट के अंदर गैस्ट्रिक जूस का स्राव बेहतर होता है और भोजन आसानी से पचता है।


💓 2. रक्त संचार में सुधार (Better Blood Circulation)

फर्श पर बैठने से शरीर का आसन संतुलित रहता है और रक्त संचार सही दिशा में प्रवाहित होता है।

यह हृदय पर दबाव कम करता है और शरीर को रिलैक्स्ड अवस्था में रखता है।


🧘‍♀️ 3. लचीलापन और फिटनेस में वृद्धि (Improves Flexibility and Posture)

पालथी मारकर बैठने से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है। यह शरीर की लचीलापन और मुद्रा दोनों को सुधारता है।

नियमित रूप से ऐसा करने से पीठ दर्द और जोड़ों की जकड़न की समस्या कम हो जाती है।


🧠 4. मन की शांति और एकाग्रता (Enhances Mindfulness and Calmness)

फर्श पर बैठकर भोजन करने से आप धीरे-धीरे खाते हैं और हर निवाले का स्वाद लेते हैं।

यह "माइंडफुल ईटिंग" की आदत को बढ़ावा देता है, जिससे मानसिक शांति और तृप्ति दोनों मिलती हैं।


🍛 5. वजन नियंत्रित रखने में मदद (Helps Maintain Healthy Weight)

धीरे-धीरे खाने से शरीर को यह महसूस करने का समय मिलता है कि वह भर चुका है।

इससे ओवरईटिंग की संभावना कम होती है और वजन नियंत्रण में रहता है।


🏡 6. पारिवारिक जुड़ाव (Strengthens Family Bond)

जब परिवार एक साथ फर्श पर बैठकर भोजन करता है, तो यह एक जुड़ाव का क्षण बनता है।

यह भावनात्मक संबंधों को गहरा करता है और पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखता है।


🌿 निष्कर्ष (Conclusion)

भारतीय शैली में बैठकर भोजन करना केवल एक पारंपरिक आदत नहीं बल्कि एक “योगिक विज्ञान” है जो शरीर, मन और आत्मा तीनों को संतुलित रखता है।

आज के आधुनिक जीवन में, जहाँ हम जल्दी-जल्दी और बिना ध्यान दिए भोजन करते हैं, वहीं इस सरल अभ्यास को अपनाकर हम अपने जीवन में स्वास्थ्य और संतुलन दोनों वापस ला सकते हैं।


📍 Harsh Hospital, Himatnagar

“आपका स्वास्थ्य, हमारी प्राथमिकता”

हम आपके समग्र स्वास्थ्य की देखभाल के लिए समर्पित हैं — चाहे वह शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक स्वास्थ्य हो।


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Thursday, October 30, 2025

पान के पत्ते: आपका नैचुरल वेलनेस बूस्टर 🌿 | Harsh Hospital, Himatnagar

पान के पत्ते: आपका नैचुरल वेलनेस बूस्टर 🌿 | Harsh Hospital, Himatnagar

 🩺 पान के पत्ते: आपके स्वास्थ्य का प्राकृतिक रहस्य

भारत में पान के पत्तों का उपयोग सदियों से परंपरा, स्वाद और औषधीय गुणों के लिए किया जाता रहा है। यह सिर्फ खाने के बाद मुंह का स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि आपके शरीर को अंदर से स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने में भी मदद करते हैं। आइए जानते हैं कैसे पान के पत्ते आपके शरीर के लिए एक नैचुरल वेलनेस बूस्टर साबित हो सकते हैं। 🌿


🌿 1. पाचन शक्ति बढ़ाते हैं

पान के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और डाइजेस्टिव एंज़ाइम्स पाए जाते हैं जो पेट के एसिड को संतुलित करते हैं और पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह गैस, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याओं में राहत देते हैं।


💧 2. शरीर को डिटॉक्स करते हैं

पान के पत्तों में प्राकृतिक डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। ये शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं, जिससे त्वचा साफ और चमकदार बनती है तथा लिवर भी स्वस्थ रहता है।


💪 3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं

पान के पत्तों में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स (phytonutrients) शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। नियमित सेवन से शरीर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है।


❤️ 4. ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद

पान के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह की बदबू, मसूड़ों की सूजन और दांतों में कीड़े लगने की समस्या को दूर करते हैं।


🌸 5. श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं

अगर आपको सर्दी-जुकाम या खांसी की समस्या है, तो पान के पत्ते बहुत लाभदायक हैं। यह गले की खराश और बलगम को कम करने में मदद करते हैं।


💚 6. त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं

पान के पत्तों का सेवन या प्रयोग शरीर को शांत करता है, तनाव कम करता है और त्वचा में नैचुरल ग्लो लाता है।


🌿 कैसे करें उपयोग:

  • 1-2 ताज़े पान के पत्तों को सुबह खाली पेट चबाएं।
  • आप पान की चाय भी बना सकते हैं – बस पत्तों को उबालकर पानी पिएं।
  • ध्यान रखें: अधिक मात्रा में पान (विशेषकर चुना या सुपारी के साथ) सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।


🏥 Harsh Hospital का सुझाव:

स्वस्थ जीवन के लिए प्राकृतिक उपायों को अपनाएं, लेकिन यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है या पाचन में परेशानी महसूस हो रही है तो अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।


🔖 निष्कर्ष:

पान के पत्ते सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि प्रकृति की एक अनमोल भेंट हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ, मजबूत और ऊर्जावान बनाए रखती हैं। 🌿


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Wednesday, October 29, 2025

बाजरा: प्राचीन अनाज, आधुनिक सेहत का खजाना 🌾

बाजरा: प्राचीन अनाज, आधुनिक सेहत का खजाना 🌾

 बाजरा भारत का पारम्परिक और पौष्टिक अनाज है। आज जब लाइफस्टाइल बदल रही है, मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग बढ़ रहे हैं, ऐसे में बाजरा हमारे आहार का एक शानदार विकल्प बन सकता है। यह फाइबर, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर को कई स्तरों पर लाभ देता है।


बाजरा में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व

पोषक तत्व                                           फायदे

फाइबर                               पाचन बेहतर करे, कब्ज से राहत

प्रोटीन                              शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाए

आयरन                              एनीमिया से रक्षा, रक्त की गुणवत्ता सुधारे

मैग्नीशियम                      हृदय स्वास्थ्य और ब्लड प्रेशर को सपोर्ट करे

एंटीऑक्सीडेंट्स              शरीर को फ्री-रैडिकल्स से सुरक्षा दे


बाजरा खाने के 5 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ

1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

बाजरा में मौजूद फाइबर आंतों को साफ रखता है और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है। यह कब्ज, गैस और एसिडिटी को कम करने में काफी सहायक होता है।

2. वजन नियंत्रित करने में सहायक

बाजरा लंबे समय तक पेट भरा रखता है, जिससे ओवरईटिंग कम होती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

3. डायबिटीज में फायदेमंद

बाजरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करता है। डायबिटीज के रोगियों के लिए यह बहुत उपयोगी आहार है।

4. दिल को स्वस्थ रखता है

बाजरा में मौजूद मैग्नीशियम और फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और हृदय रोगों के खतरे को कम करते हैं।

5. हड्डियों और मांसपेशियों को करता है मजबूत

इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस और प्रोटीन मिलता है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।


बाजरा को किस तरह खाएँ?

  • बाजरा रोटी घी और गुड़ के साथ
  • बाजरा खिचड़ी दाल और सब्जियों के साथ
  • बाजरा उपमा / दलिया
  • बाजरा चीला नाश्ते के लिए
  • बाजरा लड्डू – शुगर-फ्री jaggery के साथ


किन लोगों को विशेष रूप से बाजरा खाना चाहिए?

✔️ एनीमिया वाले लोग

✔️ गर्भवती महिलाएँ

✔️ डायबिटीज के मरीज

✔️ वजन घटाने की कोशिश करते लोग

✔️ बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी उत्तम


निष्कर्ष

स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना ही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। छोटे-छोटे बदलाव जैसे — आहार में बाजरा जोड़ना — आपको रोगों से बचाएगा, ऊर्जा बढ़ाएगा और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर करेगा।

🏥 समग्र महिला एवं मातृत्व स्वास्थ्य के लिए

Harsh Hospital, Himatnagar


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Tuesday, October 28, 2025

🥒 हर दिन करेला जूस पीने से शरीर में क्या होता है?

🥒 हर दिन करेला जूस पीने से शरीर में क्या होता है?

 करेला (Bitter Gourd) का स्वाद भले ही कड़वा हो, लेकिन इसके फायदे बेहद मीठे हैं।

आयुर्वेद में करेला को "प्राकृतिक औषधि" कहा गया है क्योंकि इसमें कई तरह के पोषक तत्व, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं।

आइए जानते हैं — हर दिन करेला जूस पीने से आपके शरीर में कौन-कौन से बदलाव आते हैं 👇


🌿 1️⃣ ब्लड शुगर कंट्रोल करता है

करेला में चारेंटिन और पोलिपेप्टाइड-P जैसे यौगिक पाए जाते हैं, जो इंसुलिन की तरह काम करते हैं और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करते हैं।

यह डायबिटीज के मरीजों के लिए प्राकृतिक सहायक साबित होता है।


💪 2️⃣ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है

करेला जूस में विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाते हैं और संक्रमण से बचाव करते हैं।


🧠 3️⃣ लीवर को डिटॉक्स करता है

करेला शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में मदद करता है।

यह लीवर को साफ रखता है और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाता है, जिससे त्वचा और पाचन दोनों बेहतर रहते हैं।


💧 4️⃣ पाचन सुधारता है

करेला जूस पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है और गैस, एसिडिटी या कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है।


🌸 5️⃣ त्वचा को निखारता है

इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन A, C त्वचा को अंदर से डिटॉक्स करते हैं।

नियमित सेवन से मुंहासे, दाग-धब्बे और झुर्रियां कम होती हैं, जिससे त्वचा स्वाभाविक रूप से चमकदार बनती है।


❤️ 6️⃣ वज़न घटाने में मददगार

करेला जूस कैलोरी में कम और फाइबर में ज्यादा होता है।

यह भूख को नियंत्रित करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है — जो वजन घटाने में सहायक है।


⚠️ सावधानी

  • रोजाना एक छोटे गिलास (लगभग 50–100 ml) से अधिक न पिएं।
  • खाली पेट सेवन न करें।
  • गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना न लेना चाहिए।


✅ निष्कर्ष

करेला जूस को अपनी डाइट में शामिल करने से आप अपने शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स कर सकते हैं।

यह न सिर्फ ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है बल्कि पाचन, त्वचा और इम्यूनिटी पर भी सकारात्मक असर डालता है।


🏥 Harsh Hospital, Himatnagar

आपकी सेहत — हमारी प्राथमिकता ❤️

नियमित स्वास्थ्य जांच और सही डाइट सलाह के लिए संपर्क करें:

📞 +91-9913233538

📍 Harsh Hospital, Himatnagar


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Monday, October 6, 2025

🍒 लीची खाने के 6 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

🍒 लीची खाने के 6 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

 लीची एक स्वादिष्ट, रसदार और पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जो गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करता है और कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देता है। यह न केवल स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि आपके दिल, त्वचा और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए भी फायदेमंद है। आइए जानते हैं लीची खाने के 6 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ 👇


🥗 1. वजन घटाने में सहायक

लीची में कैलोरी बहुत कम और पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह वजन घटाने में मदद करती है। यह भूख को नियंत्रित करती है और आपको लंबे समय तक तृप्त महसूस कराती है।


🍬 2. ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करती है

लीची का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प है (संतुलित मात्रा में सेवन करें)।


🧬 3. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

लीची में विटामिन C, पॉलीफेनॉल और फ्लेवोनॉइड जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से फ्री रेडिकल्स को निकालते हैं। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है और कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं।


🛡️ 4. रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाती है

विटामिन C और अन्य पोषक तत्वों की वजह से लीची आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाती है। नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रमणों से बचाव होता है।


🌿 5. पाचन और आंतों के लिए फायदेमंद

लीची में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है। यह आंतों को स्वस्थ रखता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।


✨ 6. त्वचा को बनाती है चमकदार

लीची में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं, जिससे आपकी त्वचा कोमल, ग्लोइंग और जवां दिखती है।


🩺 निष्कर्ष

लीची केवल एक स्वादिष्ट फल नहीं, बल्कि प्राकृतिक पोषक तत्वों का खजाना है। गर्मियों के मौसम में इसका सीमित और नियमित सेवन आपके शरीर, त्वचा और पाचन के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।


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Saturday, October 4, 2025

🍎 फलों और सब्ज़ियों से कीटनाशक कम करने के 5 असरदार तरीके

🍎 फलों और सब्ज़ियों से कीटनाशक कम करने के 5 असरदार तरीके

 आज के समय में अधिकतर फल और सब्ज़ियाँ खेती के दौरान कीटनाशकों के संपर्क में आती हैं। ये रसायन लंबे समय तक शरीर में जमा होकर कई स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकते हैं — जैसे हार्मोनल असंतुलन, पाचन संबंधी गड़बड़ी और प्रतिरोधक क्षमता में कमी।

लेकिन कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर आप इन खतरों से बच सकते हैं।


🌿 1. सिरके के पानी से धोएं

एक कटोरे में पानी लें और उसमें 1 भाग सिरका मिलाएँ।

फलों और सब्ज़ियों को 15–20 मिनट तक इसमें भिगोकर रखें और फिर सादे पानी से धो लें।

👉 यह तरीका कीटनाशकों और बैक्टीरिया को हटाने में बहुत कारगर है।


🍋 2. बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें

एक लीटर पानी में 1 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा डालें।

सब्ज़ियाँ या फल इसमें 10 मिनट तक रखें और फिर साफ पानी से धो लें।

यह तरीका सतह पर जमे रसायनों को प्रभावी ढंग से हटाता है।


💧 3. गुनगुने पानी से धोना

थोड़े गर्म पानी से फल और सब्ज़ियाँ धोने से भी रसायन और गंदगी हट जाती है।

ध्यान रहे, बहुत गर्म पानी का उपयोग न करें ताकि पोषक तत्व नष्ट न हों।


🥬 4. छीलकर खाएँ

सेब, खीरा, टमाटर जैसी सब्ज़ियों या फलों को छीलकर खाने से

सतही कीटनाशक और वैक्स की परत हटाई जा सकती है।


🍊 5. जैविक (ऑर्गेनिक) उत्पादों को प्राथमिकता दें

जहाँ तक संभव हो, ऑर्गेनिक फल-सब्ज़ियाँ खरीदें।

ये बिना हानिकारक रसायनों के उगाई जाती हैं और शरीर के लिए अधिक सुरक्षित होती हैं।


✅ निष्कर्ष:

थोड़ा सा ध्यान और सफाई आपकी सेहत को बहुत बड़ा फायदा दे सकती है।

हर दिन साफ, ताज़ा और सुरक्षित भोजन करें —

क्योंकि स्वस्थ आहार ही स्वस्थ जीवन की नींव है।


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Tuesday, September 30, 2025

🌶️ स्पाइसी फूड और गट हेल्थ: जानें 6 बड़ी समस्याएँ | Harsh Hospital, Himatnagar

🌶️ स्पाइसी फूड और गट हेल्थ: जानें 6 बड़ी समस्याएँ | Harsh Hospital, Himatnagar

 भारतीय खानपान में मसाले और तीखापन स्वाद और सुगंध का अहम हिस्सा हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा स्पाइसी फूड (तेज मसालेदार भोजन) आपकी गट हेल्थ (पाचन तंत्र) को नुकसान पहुँचा सकता है❓


🔴 स्पाइसी फूड से होने वाली 6 बड़ी समस्याएँ

1️⃣ एसिडिटी और हार्टबर्न

अधिक मिर्च और मसाले पेट में एसिड बढ़ा देते हैं जिससे सीने में जलन और एसिडिटी होती है।

2️⃣ पेट दर्द और गैस

स्पाइसी फूड पाचन तंत्र को इरिटेट करता है जिससे गैस और पेट दर्द की समस्या होती है।

3️⃣ डायरिया (दस्त)

ज्यादा मिर्च खाना आंतों की गतिविधि बढ़ा देता है जिससे बार-बार लूज़ मोशन हो सकते हैं।

4️⃣ ब्लोटिंग और अपच

मसालेदार भोजन पेट में गैस भर देता है और खाने के सही से न पचने की समस्या भी पैदा कर सकता है।

5️⃣ पाइल्स की तकलीफ़ बढ़ना

यदि किसी को पाइल्स है तो ज्यादा स्पाइसी फूड से दर्द और सूजन बढ़ सकती है।

6️⃣ पेट की लाइनिंग को नुकसान

तेज मिर्च पेट की अंदरूनी परत (lining) को नुकसान पहुँचा सकती है, जिससे लंबे समय में अल्सर तक हो सकता है।


🥗 गट हेल्थ को सुरक्षित रखने के उपाय

✔️ तीखा खाना सीमित मात्रा में खाएँ।

✔️ साथ में दही, सलाद या छाछ शामिल करें।

✔️ ज्यादा मसालेदार खाना खाने के बाद तुरंत पानी पीने के बजाय गुनगुना दूध लें।

✔️ रोजाना आहार में फाइबर युक्त भोजन जैसे फल, हरी सब्जियाँ और अनाज शामिल करें।


👩‍⚕️ डॉक्टर की सलाह

👉 अगर आपको बार-बार एसिडिटी, दस्त या पेट दर्द होता है, तो लापरवाही न करें।

Harsh Hospital, Himatnagar में हमारे गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और डायटरी एक्सपर्ट्स आपकी मदद के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।

📌 निष्कर्ष

स्पाइसी फूड स्वादिष्ट जरूर है लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से यह आपके गट हेल्थ पर बुरा असर डाल सकता है। संतुलित आहार और सही लाइफस्टाइल से आप अपने पाचन तंत्र को स्वस्थ रख सकते हैं।

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🧊 “आइस बाथ लेने के 5 अद्भुत फायदे”

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